नागपंचमी ( naagpanchmi ) का दिन नाग दर्शन और नागपूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन नागपूजा करने से नागदोष से मुक्ति मिलती है, साथ ही आयुष्य में बढ़ोतरी होती है। इस बार यह पर्व 5 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन सावन माह का तीसरा सोमवार भी होगा। सोमवार के दिन इस पर्व के आने से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है। पंडितों के अनुसार इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना, नाग दर्शन, नागपूजा करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा मिलती है।
श्रीवत्स योग, रवि योग और हस्त नक्षत्र भी रहेगा ( naagpanchmi puja vidhi )
पं. जगदीश शर्मा के अनुसार इस बार नागपंचमी सोमवार के दिन आने से इसका महत्व और बढ़ गया है। साथ ही इस दिन श्रीवत्स योग, रवि योग और हस्त नक्षत्र भी रहेगा। इस लिहाज से भी यह दिन काफी शुभकारी होगा।
इस दिन खासकर कालसर्प योग, नागदोष से जो लोग पीडि़त है, उन्हें पूजा, अनुष्ठान करने से विशेष लाभ होगा और इससे राहत मिलेगी। पूरे साल में नागपंचमी का दिन नागपूजा के लिए विशेष शुभ माना जाता है। जिनकी कुंडली में कालसर्प योग है, वे इस दिन दोष का निवारण के लिए पूजा अर्चना करे तो विशेष लाभ मिलेगा।